Thursday, June 4, 2020

Lord kabir is suprem God

               🙏🍀कबीर प्रकट दिवस🍀🙏
कबीर साहेब जी 600 वर्ष पहले काशी के लहर ताला तालाब में, सशरीर प्रकट हुए थे।।
"कबीर साहेब" अविनाशी भगवान हैं, जिनकी कभी भी जन्म-मृत्यु नहीं होती।
             

कबीर परमात्मा सन् 1398 (विक्रमी संवत् 1455) ज्येष्ठ मास शुद्धि पूर्णमासी को ब्रह्ममुहूर्त में अपने सत्यलोक से सशरीर आकर बालक रूप बनाकर लहरतारा तालाब में कमल के फूल पर विराजमान हुए। यह उनका प्रकट दिवस है।

जानिए अद्भुत रहस्य!
पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी का माँ के गर्भ से जन्म नहीं होता। वह स्वयं प्रकट होते हैं अपना तत्वज्ञान देने के लिए।
कबीर परमात्मा ही बन्दीछोड़ कहलाते हैं। क्योंकि वो काल की बंद, कैद से छुड़ाने के लिए ही धरती पर सतलोक से चलकर आते हैं।
गरीब, अनंत कोटि ब्रह्मांड में, बंदीछोड़ कहाय।
सो तो एक कबीर हैं, जननी जन्या न माय।।
कबीर परमात्मा सशरीर सतलोक से आते हैं, उनका जन्म नहीं होता। परमात्मा साकार है। देखें सत्संग
"गगन मंडल से उतरे सतगुरु पुरूष कबीर”
जलज माहि पौडन किए, सब पीरन के‌ पीर।।*
कबीर परमात्मा का प्रकट दिवस होता है क्योंकि पूर्ण परमात्मा कबीर जी का का जन्म कभी मां के गर्भ से नहीं होता। 
न मेरा जन्म न गर्भ बसेरा, बालक बन दिखलाया।
काशी नगर जल कमल पर डेरा तहां जुलाहे ने पाया।।
कबीर साहेब अपनी प्यारी आत्माओं का उद्धार करने के लिए इस पृथ्वी पर प्रकट होते हैं।
हिन्दू मुस्लिम के बीच में, मेरा नाम कबीर।
आत्म उद्धार कारणे, अविगत धरा शरीर।।

ऋग्वेद मंडल नंबर 9 सूक्त 1 मंत्र 9 में प्रमाण है कि वह परमात्मा सतलोक से शिशु रूप धारण करके प्रकट होता है और कुंवारी गायों के दूध से उसकी परवरिश होती है ।
कबीर परमात्मा चारों युगों में प्रकट होते हैं
सतयुग में सत सुकृत नाम से,
त्रेता में मुनीन्द्र नाम से, 
द्वापर में करुणामय नाम से,
और कलयुग में अपने असली नाम कबीर नाम से प्रकट होते हैं।
कबीर परमात्मा ही विश्व को भक्ति दृढ़ाने के लिए सतलोक से सशरीर प्रकट होते हैं सतगुरु रूप बनाकर
गरीब, भक्ति मुक्ति ले उतरे, मेटन तीनूं ताप।
मोमन के डेरा लिया, कहै कबीरा बाप।।

कबीर परमेश्वर ने बताया कि परमात्मा सभी पापों से मुक्त कर सकता है। आज संत रामपाल जी महाराज ने वेदों से प्रमाणित करके बता दिया कि परमात्मा साधक के घोर पाप को भी समाप्त कर देता है। प्रमाण "यजुर्वेद अध्याय 8 मंत्र 13"।
कबीर परमेश्वर जी ने सच्चे गुरु के लक्षण बताए।
सतगुरु के लक्षण कहु, मधुरे बेन विनोद, चार वेद छः सास्त्र, वो कह अट्ठारह बोध।।
कबीर साहेब जी ने तत्वज्ञान दिया कि सतगुरु बनाकर भक्ति करना परमावश्यक है।
वर्तमान में पूर्ण सतगुरु केवल संत रामपाल जी महाराज ही हैं। उनसे सतभक्ति प्राप्त करके मोक्ष प्राप्त करें।


5जून_महासत्संग_साधनाTVपर
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"5 जून कबीर साहेब प्रकट दिवस" के उपलक्ष्य में ज़रूर देखें जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी का महा सत्संग साधना चैनल पर सुबह 09 बजे से दोपहर 12 बजे तक ।
5thJuneKabirPrakatDiwas

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